हां दीवाना हूं मैं.. हां दीवाना हूं मैं..
गम का मारा हुआ.. एक बेगाना हूं मैं..
मांगी खुशियां मगर, गम मिला प्यार में..
दर्द ही भर दिया, दिलके हर तार में..
आज कोई नहीं, मेरा संसार में..
छोड के चल दिये, मुझको मझदार में..
हाय, तीर-ए-नज़र का निशाना हूं, मैं..
हां दीवाना हूं मैं.. हां दीवाना हूं मैं..
गम का मारा हुआ.. एक बेगाना हूं मैं..
हां दीवाना हूं.. मैं..
मै किसी का नहीं, कोई मेरा नहीं..
इस जहां मे कहीं भी, बसेरा नहीं..
मेरे दिन का कहीं भी, अंधेरा नहीं..
मेरी छांव का है सवेरा नहीं..
हाय, भूला हुआ एक फ़साना हूं, मैं..
हां दीवाना हूं मैं.. हां दीवाना हूं मैं..
गम का मारा हुआ.. एक बेगाना हूं मैं..
हां दीवाना हूं.. मैं..