आज झुठ भी बैठा है धरने पर
सत्य का प्रकाश जलाकर
चिख--चिखकर
चिल्ला--चिल्लाकर
मंच सज गया है,गाँधी जी की मुर्ती लगाकर
आज झुठ बैठ गया है धरने पर
सत्य का प्रकाश जलाकरहर तरफ शोर मचाकर
सत्य के देव को शाक्षी मानकर
वह झुठ का पेहरेदार
सब सत्य बोल रहा है
झुठ को परदे से हटाकर
चिख-चिखकर
चिल्ला -चिल्लाकर
आज झुठ बैठ गया धरने पर
सत्य का प्रकाश जलाकरहम जनता देख रहे है,दर्शक बनकर
मन विचलित होरहा है,ये सोच कर
जो कल तक था झुठो का पहरेदार
वह कैसे बन गया आज सत्य का ठेकेदार
कहीं तो सत्य है,जो केह रहा है चिल्लाकर
आपने आँखो में सत्य के प्रकाश को जलाकर
चिख-चिखकर
चिल्ला चिल्लाकर
आज झुठ बैठ गया है धरने पर
सत्य का प्रकाश जलाकर--- सोनु झा