ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है

126 3 0
                                    

ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है।
तुझे चलना हो कुछ दुरी तु वाहन ले जाता, क्या कुछ भी तु पैदल नहीं चल सकता है।
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है। ।

तु जाता है बजारो में प्लास्टिक ले आता है,क्या एक कपड़े का थैला भी तुझसे नहीं संभलता है।
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है। ।

दिवाली तो रोशन दीपो से होती हैं,फिर तु क्यू पटाको से पर्यावरण जलाता है।
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता

दो पेड़ तो तु खुद ही नष्ट कर जाता है, फिर एक पेड़ भी तु क्यू नहीं लगाता है। 
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है। ।

तु अपने घर में तो यूँ कचरा नहीं फैलता है,क्या इस देश को तु अपना घर नहीं समझता है।
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है।

जल तो हर पल अनमोल होता है, फिर क्यू इसे तु यूहीं व्यर्थ बाहता है।
ऐ इंसान तु पर्यावरण क्यू नहीं बचाता है। ।

                                       Leela Choudhary

आप प्रकाशित भागों के अंत तक पहुँच चुके हैं।

⏰ पिछला अद्यतन: Jan 16, 2020 ⏰

नए भागों की सूचना पाने के लिए इस कहानी को अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें!

प्रकृति जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें