किस्सा 3

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मुझको ड्यूटी करते हुए एक साल से जायदा हो चुका था। मेरा पहला इंक्रीमेंट आया। तब तक मेरे साथ पढ़ा हुआ अरविंद भी मुझ को ज्वाइन कर चुका था पहले वह एक दारू बनाने की फैक्ट्री में नौकरी करता था लेकिन वहां पर उसका उसके मालिक से कुछ लफड़ा हो गया तो उसने उस फैक्ट्री को छोड़ दिया।उसको भी लगा, भाई की नौकरी मजे की है AC में बैठकर काम करना पड़ता है क्योंकी दारू बनाने की फैक्ट्री मै बहुत बदबू आती है कभी उसके बारे मै भी लिखूंगा। लेकिन मैंने बोला कि नहीं यार बहुत ज्यादा गांड लगती हैं यहां पर तू रहने दे नोकरी करने को, मेरे पास रुक और नौकरी ढूंढ अपने खर्चे की चिंता मत करना क्योंकि दोनों की शादी नहीं हुई थी इसलिए कोई लफड़े वाली बात ही नहीं थी। वह बोला कि नहीं यार तू मेरे को अपने इधर ज्वाइन करवा दे अब क्योंकि हमारे यहां जगह तो थी इसलिए उसका अपॉइंटमेंट आराम से  हो गया अब जब इंक्रीमेंट आया तो मेरे ₹50 बढ़े थे और एक जो दूसरा लड़का था उसके ₹100 बढ़े थे हालांकि वह थोड़ा सा पुराना था लेकिन ज्यादा पुराना नहीं था केवल 3 महिने का अंतर था । अब मुझको बात लग गई मैंने सोचा साला अब मैं यहां काम नहीं करूंगा और मैंने दूसरी नौकरी ढूंढने शुरू कर दी अब मुझको कॉल आया श्री श्याम फिलामेंट से और मैं 1 दिन मौका देखकर इंटरव्यू के लिए जयपुर चला गया वह फैक्ट्री जयपुर में थी।जब मै वहां पहुंचा तो एचआरडी बोला क्या काम है। मैंने बोला इंटरव्यू देने आया हूं। अब एचआरडी  मुझको बोला की आपने डेट चेक नहीं करी आप 1 दिन पहले आ गए हो मैंने बोला कोई बात नहीं वापस चला जाता हूं कल फिर आ जाऊंगा लेकिन एचआरडी बोला कि नहीं इतनी दूर से आए हो कैसे वापस आओगे हम आज ही आपका इंटरव्यू करवा देते हैं।  इंटरव्यू में बहुत कुछ ज्यादा पूछा नहीं गया।  क्योंकि उनको भी आदमी की बहुत जरूरत थी और ऊपर से मेरे एचबीटीआई के वहां पर एक सीनियर भी काम करते थे वहां पर वो डिप्टी जनरल मैनेजर की पोस्ट पर थे। मेरी सैलरी भी उस समय शिफ्ट में जो लोग चल रहे थे, जिसकी मैक्सिमम सैलेरी थी उसके बराबर ही मुझको सैलरी मिली अब मेरी सैलरी सीधे 2600 से बढ़कर 4200 हो गई थी । उसके बाद जनरल मैनेजर ने मेरा इंटरव्यू लिया और उन्होंने मेरी सैलरी के साथ घर का किराया भी एड कर दिया। अब चुकीं इंटरव्यू कॉल करके बुलाया था तो इसलिए आने जाने का तो खर्चा मिलना ही था। तो मैंने एसी बस का किराया भर दिया जबकि मै गेआ नॉर्मल बस से था  लेकिन वह एचआरडी ने काट दिया वह बोला कि नहीं हम तो केवल नॉर्मल बस का ही किराया देते हैं अब क्योंकि वह फैक्ट्री एक सुनसान जगह थी तो मेरा उसमें काम करने का तो कोई इरादा था नहीं क्योंकि मैं तो वैसे ही इंटरव्यू देने गुस्से मैं आया था मेरा बहुत बढ़िया चल रहा था चंद्र सिंथेटिक में। मैंने बोला कोई बात नहीं जितना आप के हिसाब से बनता है उतना मुझको दे दो। अब में मेरा फॉर्म लेकर जनरल मैनेजर के पास गया उन्होंने एचआरडी का लिखा हुआ काट दिया और जितना मैंने पैसा लिखा हुआ था  मुझको बोले  उतना ही मिलेगा। यह देखकर मैं बड़ा खुश हुआ और बस बात दिल को लग गई। मैंने कहा भाई अब तो नौकरी इधर ही करनी है। मैंने सोचा जिस फैक्ट्री का जनरल मैनेजर इतना अच्छा है वहां काम करने में पूरा मजा आएगा। ये ओर बात है सबसे ज्यादा गांड श्याम फिलामेंट मै ही लगी। शिफ्ट की नौकरी में 16 घंटे तो आम बात थी साला कभी कोई बीमार पड़ जाता था किसी को जयपुर से आना होता था, उसको बस नहीं मिलती थी गांड मेरी लगती थी। अब क्योंकि डिपार्टमेंट में मैं बहुत सीधा था इसलिए मेरा मैनेजर भी हमेशा कोई भी बात हो साला मुझको ही बोलता था, उपर से डिपार्टमेंट में सबसे जायदा सैलरी थी इसलिए मेरी ही वाट लगती थी।  मुझको ये भी  लगता था कि साला जितना मैनेजर की सुनूंगा उतना ही बढ़िया इंक्रीमेंट होगा लेकिन घंटा नहीं होता। इंक्रीमेंट साला सबका बराबर ही होता है सबको यह ये रहता है कि मैं अपने मैनेजर का खास हूं।मैनेजर सबका चूतिया काटता है। अब मैं भी यह सोच कर अपने मन को शांत कर लेता था कि मेरे डिपार्टमेंट में सबसे ज्यादा सैलरी मेरी ही थी ऊपर से मैं गेस्ट हाउस में रहता था लेकिन मुझको घर का किराया भी मिलता था क्योंकि मैंने अपने इंटरव्यू में बोल दिया था कि मैं बाहर रहूंगा। ऐसा 6 महीने तक चलता रहा तब तक किसी को यह मालूम नहीं था कि मुझ को कितनी सैलरी मिलती है एक दिन दारू पीकर मैंने अपने रूममेट को बोल दिया कि भाई मेरे को सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है और ऊपर से मेरे को घर का भी किराया मिलता है उस भोसड़ी वाले ने यह बात पूरे प्लांट में फैला दी अब जब सब को पता चला कि मुझको सबसे ज्यादा पैसा मिल रहा है ओर गेस्ट हाउस में रह कर घर का किराया ले रहा हूं। तो उन्होंने जनरल मैनेजर से कंप्लेंट कर दी कि ऐसा क्यों किया हुआ है उसको क्यों किराया मिलता है अब जब यह बात जनरल मैनेजर को पता चली तो उसने मेरे को बुलाया और मुझको बोला कि जब तुम को बाहर का किराया मिल रहा है तो तुम यहां गेस्ट हाउस में क्यों रुके। तब तक मैंने देख लिया था कि शादी के बाद बाहर कस्बे में रहना मुश्किल है क्योंकि वह कॉलोनी बहुत खूबसूरत थी और ड्यूटी में आने जाने में भी बड़ा आराम था तो मैंने बोला कि नहीं मैं तो अब फैक्ट्री के अंदर ही रहूंगा तो उन्होंने बोला तो फिर तो तुमको जो 6 महीने तक घर का किराया मिला है वह तुमको रिटर्न करना पड़ेगा और उन्होंने सारा पैसा काट लिया। इसलिए मेरी सलाह है कभी भी किसी को अपनी सैलरी नहीं बतानी चाहिए नहीं तो वाट लगती है ओर दारू पी कर कभी भी जायदा भोकना नहीं चाहिए।

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⏰ पिछला अद्यतन: Jun 13, 2020 ⏰

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