जनरल शिफ्ट के बाद सीधे नाइट शिफ्ट लगी थी। नाइट शिफ्ट रात को दस बजे से सुबह छह बजे तक होती थी।अब चूंकि प्लांट एक छोटे से कस्बे में था तो रात को उस जगह पहुंचे मै बहुत परेशानी होती थी टेम्पो वालो को सवारी नहीं मिलती थी थी इसलिए टेम्पो उधर की तरफ नहीं जाते थे। इसलिए कभी कभी पैदल भी जाना पड़ता था। वो पूरा इलाका सुनसान था। ऑपरेटर पास के गांव से आते थे तो उनको कोई प्राब्लम नही होती थी। गांव में उनको कमरा सस्ते में मिल जाता था। मेरे दोस्तो ने कस्बे मै कमरा लिया हुआ था और वो जगह बढ़िया मानी जाती थी। खैर प्लांट में घुसा, शिफ्ट वाला आपनी लोग बुक लिख रहा था। उसने बोला सब कुछ नॉर्मल है।रात को कोई shade चेंज नहीं है। तो केवल सुबह तक प्लांट चलना था। अब आते है शिफ्ट के ओर लोगो पर, qc मै जरा नाम याद नहीं आ रहा शायद महेंद्र था उस दिन शिफ्ट में, textruzing मै एक दूसरे शर्मा जी थे मैकेनिकल में राजप्रताप था और इलेक्ट्रिकल में भी एक शर्मा जी थे। जरा पूरा नाम याद नहीं आ रहा कभी याद आएगा तो आगे बताऊंगा। अब textruzing वाले शर्मा जी ओर इलेक्ट्रिकल वाले शर्मा जी की बनती नहीं थी। ओर qc वाले ओर textruzing वाले दोनों पक्के यार थे। वो क्यों आगे बताता हूं। अब क्या है poy मै केवल 8 पोजिशन चलती थी। Qc मै जायदा काम नहीं था। केवल डेनियर निकलना ओर प्रॉपर्टी चेक करना होता था अगर सॉफ्ट वॉटर प्लांट चल रहा है तो वॉटर की क्वालिटी चेक करनी होती थी। Qc वाले का काम 2 घेंट मै निमट जाता था । Textruzing department में पैरामीटर दिन मै सेट कर दिया जाते थे तो उधर भी कोई काम नहीं होता था। इसलिए वो दोनो रात भर कंप्यूटर मै स्नैक वाला game खेलते थे या फिर qc मै ही सोते थे l ओर रात मै अगर pc शर्मा है तो उसको पूरी रात परेशान करते थे। वो जैसे ही कहीं सोता था उसके जूते चुरा कर छुपा देते थे। अपनी पहली शिफ्ट थी धड़कन बढ़ी थी तो केवल अपने काम से मतलब था। शिफ्ट की लोग बुक पढ़ी, A और B में वेस्ट कम था। effiency 98 के उपर थीं और waste 1,5 के नीचे। अब चुकी सुपर व्हाइट shade चल रहा था। भाई लोग जानते है। उसमे वेस्ट डॉफिग टाईम में ही बनता है। उस समय पिगमेंट sandoz का आता था ओर पीपी चिप्स ऑस्ट्रेलिया से मोंटेल आती थीं तो मेल्ट बीड का कोई चक्कर नहीं था। अब मैंने लोग बुक उठाई और स्पिनिंग मै पैरामीटर नोट करने लगा ओर फिर टैकप के पैरामीटर भरने के बाद लोग बुक कंप्लीट हो गई अब केवल प्रॉडक्शन का डाटा भरना था जो सुबह मिलता। डाफ लगभग चार घंटे का था ओर अभी रात के 12 भी नहीं बजे थे। काम कुछ था नहीं, की नींद आने लगी। अब चुकी ऑपरेटर मेरी शिफ्ट मै बढ़िया था ओर उसका दूसरे ऑपरेटर से कंपटीशन रहता था तो वो भी लाइन के सामने बैठा था। शिफ्ट मै तीन ऑपरेटर चलते थे। दो टेकअप मै रहते थे ओर एक स्पिनिंग मै। स्पिनिंग वाले का काम हापर मै चिप्स डालना, हर घंटे एमबी चेक करना, पैक चेंज करना ओर स्पिनिंग के पैरामीटर नोट करना होता था। 1100 से 1300 किलो तक शिफ्ट मै चिप्स लगता था । अब सुपर व्हाइट चल रहा था तो m b भी डायरेक्ट था कोई compunding नहीं थी। मै टाईम काटने के लिए चिप्स को चेक करने गया होपर लगभग फुल था। फिर भी मैंने उसमे 4 बैग चिप्स के डाल दिए और एमबी वाला हॉपर भी फुल कर दिया। अब मै तो ये काम टाईम काटने के लिए कर रहा था मुझको ये नहीं मालुम था कि बाद मै ये मेरी परेशानी का कारण बनेगा, क्यों ये बाद मै बताऊंगा। अब पहली डॉफिंग आ गई थी। ओर गजब ये हुआ एक भी doffing फेल नहीं हुई। रात को 2 बज चुका था। Qc ओर textruzing वाला qc मै कुर्सी पर झपकी ले रहे थे। मैकेनिक इन्वर्टर रूम मै इन्वर्टर के पीछे cardboard बिछा कर सो रहा था। इलेक्ट्रिक वाला भी पता नहीं किधर गुम हो गए था। मै फिर चिप्स चेक करने गए और अबकी बार 8 बैग डाल कर आया। पर टाईम था कि कट नहीं रहा था। की टेक अप ऑपरेटर मेरे पास आया और बोला साब आपकी फर्स्ट नाइट शिफ्ट है अभी आपको जागने की आदत नहीं है थोड़ा सो जाओ। कोई प्राब्लम हुई थी मै बता दूंगा। अब आपरेटर भी जानता था और मै भी जानता था कि कोई प्रॉब्लम हुई थी ऑपरेटर ही सही करेगा अब अपने को तो उस समय बहुत नॉलेज नहीं थी। अब उस समय मैंने ये दिमाग नहीं लगाया की वो काहे मुझको सोने के लिए बोल रहा है। मुझको लगा कितना बडिया ऑपरेटर है। जबकि वो फ्यूचर मै अपने सोने का जुगाड बिठा रहा था। खैर मै सोने गया पर 5 मिनट में वापस आ गया। मै ये आदत नहीं डालना चाहता था। मै आपरेटर को बोला मुझ को नींद नहीं आ रही है। अब चुकी टेकअप मै भी denier चेक करना होता था ऑपरेटर को। तो में पहली डाफिंग का denier चेक करने लगा। ऑपरेटर मुज्को बोला। साब मैने चेक करके ऑपरेटर बुक मै भर दिया है। मदरचोद अब क्या काम करू, अब टाईम था कि कट नहीं रहा था । फिर टेकअप से निकला अब spinfinish रुम मै जा कर टेकअप मै ऑयल ट्रांसफर किया। Spinfinish रूम में बहुत बदबू आती थी। वहां जा कर नींद भाग गई। टॉइल्ट मै जाकर हाथ मुंह धोया। साढे चार बजने वाला था। शिफ्ट ख़तम होने मै डेढ घेंटा बाकी था। बाकी के शिफ्ट वाले भी उठने लगे थे ओर शिफ्ट की लोग बुक को भरने लगे थे। अपनी भी doffing आ गई थी। डोफिंग ख़त्म होते होते शिफ्ट खत्म हो चुकी थी मैं भी अपनी लॉग बुक खत्म कर चुका था। A शिफ्ट वाले को चार्ज दिया। वेस्ट आपनी शिफ्ट मै A ओर B से भी कम था। A shift वाला बोला मादरचोद रात भर जगा था थोड़ा बढ़ा कर लिख नहीं तो मैनेजर मेरी लेगा अगर मेरा वेस्ट जायदा आया तो। लेकिन मै बोला गाली मत दे, मै ओवरराइट नहीं करूंगा। मुजको क्या पता था वो गाली ओर उसकी सलाह ही बाद मै काम आनी थी। ओर मै सोच रहा था रात की शिफ्ट कितनी अच्छी है खाली टाईम काटना है कोई मैनेजर की चिक चिक नहीं। शिफ्ट के adventure तो अब होने थे।------- continue
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कारखाना 24
Misterio / Suspensoये कहानी है, 24 घंटे चलने वाले कारखानों के स्टाफ और वर्कर्स की पॉल्टिक्स की