शर्मिंदगी के मारे रंभा भागती है और कमरे के एक कोने में रखे एक बड़े लकड़ी के बक्से के पीछे छिप जाती है। भागते समय रावण उसके अद्भुत शरीर को देखकर पागल हो जाता है। वह आगे बढ़ता है और अपने दाहिने हाथ से उसके बाल पकड़ कर खींचता है और उसे खड़े होने के लिए मजबूर करता है। वह जल से निकाली हुई मछली की भाँति तड़पती रहती है। उसके इस प्रकार संघर्ष करते देख उसके मन में आग लग जाती है। कुछ देर तक उसे देखने के बाद वह अपने दोनों हाथ उसकी कमर में डालता है और उसे अपनी ओर खींचता है। महिलाएं रावण की कमजोरी थीं। उसने कई लोगों की पत्नी और बेटियों के साथ दुष्कर्म किया था। इस घिनौने कृत्य के बदले में उसे सभी ने शाप दिया था। इस कारण कुबेर पुत्र नलकुबेर ने उन्हें श्राप दिया कि अब वह किसी भी स्त्री के साथ उसकी सहमति के बिना जोर-जबरदस्ती नहीं कर सकेंगे। यदि वह कोशिश करेगा तो अवश्य मर जायेगा। इस कार