एक दुआ मैंने भी मांगी थी,
बहुत छोटी सी मांगी थी,
कि जो चाहे शिद्दत से मुझे,
मैं भी चाहूं उतनी ही शिद्दत से उसे,
बस यही दुआ मांगी थी।
एक दुआ मैंने भी मांगी थी।कुछ समय बाद,
हुआ भी कुछ ऐसा ही।
सामने से मेरे वह आया,
देखते ही उसे मेरा दिल शरमाया।
दिमाग में बस एक ही सवाल आया,
कि कौन हो तुम प्रियतम?
जिसने मेरा दिल धड़काया।आकर उसने बात की,
या यूं कहूं मुलाकात की।
उसका छूना बिल्कुल ऐसा था,
जैसे दिसंबर की सर्दी,
छूते ही पैदा हुई जिस्म में,
एक अजीब सी सिरहन,
और खत्म हुई मेरी सारी जर्दी।मन हुआ मस्त मलंग,
उड़ा वैसे जैसे आजाद पतंग।
जब उसने कहा,
अरे यार पगली!
यू आर वैरी स्पेशल टू मी।सुनकर यह बात हुआ दिल तितली,
और घुला हो जैसे कानों में शहद।
अरे यार वंशिका!
आर यू रियली गेटिंग मैड?अब तो बस,
गुम है किसी के प्यार में दिल सुबह शाम।
आई थिंक आई एम रियली,
गैटिंग लॉस्ट इन हिस चार्म।दुआ हम दोनों ने मांगी,
उसने मेरे लिए
और मैंने उसके लिए।
कि बनूं मैं उसकी संगिनी
और वह मेरा संगी।पर यहां भी एक मुश्किल थी,
या यूं कह लो कि दुविधा थी।
दिल ने कहा,
ही इस दी वन।
वहीं दिमाग ने कहा,
सोचना कर बंद।इश्क से नहीं हुआ,
आज तक किसी का भी भला।
अरे यह दुआ नहीं,
यह तो है एक बला।
वह ठहरा लड़कियों के दिलों का हीरो नंबर वन,
और तू है एक लड़की साधारण।
उस पर तेरे जैसी हजारों लड़कियां मरती हैं।
तू भला क्यों छुप छुप कर उसके नाम की आहें भरती है?अभी भी वक्त है संभल जा,
बी केयरफुल।
मत कर उसे अपने लिए सेटल,
क्योंकि नहीं मिलता है,
तुम दोनों का लेवल।
जितना उसे तू समझती है,
उतना नहीं है वह जेंटल।
वह है एक रिबेल,
जैसे हो डेविल।
और तू है एक मेंटल,
जो ज़रा ज़रा सी बातों पर,
हो जाती है सेंटीमेंटल।सुनकर दिमाग की बातें,
आया मुझे बहुत तेज गुस्सा।
मुझे हुआ है प्यार सच्चा,
क्या इसे लगा नहीं अच्छा?
मैंने खफा होते हुए कहा,
तू साला हमेशा तब ऐसा करता है,
जब भी मेरा दिल आहें भरता है।
यह वही मेरा संगी है,
जिसके लिए मैंने हमेशा से दुआ मांगी है।