अब शुरू हुई थी दोनों की दोनों की असली ज़िन्दगी. दोनों की बिजी ज़िन्दगी शुरू हो चुकी थी और अब एक दुसरे से कभी-कभार फ़ोन पर बात क़र लेते पर धीरे धीरे वक़्त के साथ वो भी कम होती गयी . अब तो बस दोनों फेसबुक के वो दोस्त थे जो फ्रेंड लिस्ट में शामिल होते है पर उनकी फोटो और पोस्ट लाइक करने के इलावा उनसे कभी बात नहीं होती . गगन अपनी जॉब में तरकी कर रही थी और आकाश अपनी पढाई में ही बिजी रहता था . आकाश की MBA की पढाई के आखिरी साल के फाइनल एग्जाम शुरू होने में लगभग 10 दिन बाकी थे और पढाई के साथ प्लेसमेंट की टेंशन भी पूरे जोर से जैसे सर की सिट्टी बजा रही हो . एक दिन अचानक उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फ़ोन आया . वो अपनी क्लास अटेंड कर रहा था उसने जल्दी से फ़ोन काट दिया और जब क्लास ख़तम होने के बाद उसने बैक कॉल की तो जैसे ही उसने हेल्लो की तो आगे से गगन की आवाज़ थी. उसने न हाल –चाल पूछा, ना यह जानने की कोशिश की "कि आकाश ही बोल रहा है". बस बोलना शुरू कर दिया
"फ़ोन क्यों नही उठाया मेरा"
"कहाँ बिजी रहते हो"
"मेरा फ़ोन क्यूँ काटा"
"और पता नही क्या क्या बोलती गयी ."
और फिर बोली "मैं गगन बोल रही हूँ "
"हाँ मालूम है , पता चल गया " आकाश ने बोला
फिर आकाश ने हाल चल पूछा और दोनों लगभग 5-7 मिनट तक यूँ ही थोड़ी बहुत बातें करते रहे और फिर वो बोली "जिस बात के लिए फ़ोन किया है , वो बात तो सुन लो "
"बताओ, किस बात के लिएकिया फ़ोन " आकाश ने पूछा
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गगन आकाश और बारिश
Randomयह कहानी है दो दोस्तों की और उनकी कॉलेज से ले कर नौकरी और शादी तक की ज़िन्दगी की | कैसे कब कहाँ और क्यों उनकी ज़िन्दगी में कोई मोड़ आया और उनकी ज़िन्दगी की किताब के पन्ने कैसे पलटते गए . ...