विभ्रम 1 ( प्रस्तावना )
प्रस्तावना
हाँ वो तु हि तो हैं ❤❤ हाँ वो तु हि तो हैं , जो मेरे गम में, मैरे खुशी में, मेरे साथ रहती हैं, जो अगर मैं गिर जाऊ ,तो मुझे उठना सिखाती हैं, जो रुट जाऊ तो मनाती हैं , जो रुट जाए तो मनवाती हैं, जो मेरे रोने से खुद रोने लगती है, जो मेरी खुशी मे खुश होने लगती हैं, जो मेरी आँखों को देखकर ,मेरा मन पढ़ लेती है , जो मेरे पस...
#1 in poetry___7. 7. 18 and 19. 8.17 कागज़ के झरोखों से झांकते, मेरी स्याही में लिपटे अलफाज....
मैं जब उदास होता हु ! किताबो में बहक जाया करता हु !! . जब हाल मेरे दिल का बेहाल होता है ! किताबो की रंगत में अपनी फिलिंग को फाइलिंग कर दिया करता हु !! #M@n6i
ज़िंदगी के टेड़े-मेड़े रास्तों में, कभी घेर लेते हैं गहन अंधेरे, और कभी झिलमिल करते, चमकते हैं मुट्ठी में सितारे।
'दर्पण- मेरे मन का' यह किताब मेरी हिंदी में लिखी कविताओ के लिए हैं। इस किताब में मैं अपने मन की भावनाओं को शब्दों में पिरोने का एक छोटा सा प्रयास की हूँ। आशा है कि आप सभी को मेरी कविताओ को पढ़ कर अच्छा लगेगा। #1 माँ out of 13 Stories on 25th Feb 2019 #1 कविता out of 28 stories on 1st Jan 2019 #2 Po...
A journey that cover life of a man with all emotion covered with shayaris , gajals, and thought . A book that covers all emotions .....
एक सफर मेरी जिंदगी मे जिसे कभी भुला नही पाया...! वो अनजाने हमसफ़र को कभी फिर से मिल न पाया...!! . वो सफर इतना खूबसूरत रहा मेरे दिल के कमरे पर सदा के लिए कब्जा कर गया...! मुलाक़ात जरूर दो पहर की ही रही पर दिल के दरवाजों पर यादो का पहरा आज भी उसका ही है...!! . सफर की दुरी महज राजस्थान से गुजरात तक ही थी..! उसकी मुलाक़ात का...