आँखों में ख़ुशी और चेहरे पे मुस्कान होनी चाहिए।
गुमान में कमी और उत्साह में बृद्धि
होनी चाहिए।
मस्तिष्क में चिंता नहीं , चिंतन
होनी चाहिए।
मन में शांति और विचारों में प्रबलता
होनी चाहिए।
सीने में उमंग और हृदय में तरंग
होनी चाहिए।
हाथों में बल और मस्तक पर तेज़
होना चाहिए।
चरित्र में मेहक और जीवन में उत्साह
होना चाहिए।
क्योंकि
ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा।।
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सोच
Historia Cortaजररूरी ये नहीं है की हिंदी कितनी समृद्ध भाषा है , जररूरी ये है की हिंदी हमारी मातृभाषा है!!