मेरे बचपन की गलियों को...
रंगों से भरकर...
सराबोर किया था तूने..
मेरी खुशियों का दामन...
फिर क्यों अकेला छोर गयी मुझे...??
तू क्यों इतनी दूर चली गयी??मेरे चेहरे पे मुस्कान लाने वाली...
मुझे "सेजल" की पहचान देने वाली...
मेरे ग़मों को हमेशा बांटने वाली...
आखिर क्यों इस भीर में छोर गयी??
आखिर क्यों तू इतनी दूर चली गयी??पहले जब आती थी ख्वाबों में...
तो दिल को मेरे तसल्ली मिलती थी...
एक आस हमेशा रहती थी...
तू कहीं गयी नही,अभी भी यही है...
पर अब ख्वाबों में तलाशने पर भी...
तू कहीं नज़र नही आती...
आखिर क्यों तू मुझसे नजर चुरा गयी???
आखिर इतनी दूर क्यों चली गयी???आज भी याद है मुझे...
वो पहली डाँट जो तूने लगाई थी...
आज भी याद है तेरी वो कहानियां...
तेरे वो लाज़वाब recepies...
तेरी वो प्यारी बातें...
सब आज भी तेरी यादों में ज़िन्दा हैं..
मेरी नादानियों को यूँ झेलने वाली...
आखिर क्या खता हुई मुझसे???
क्यों छोड़ गयी तू मुझे??तेरी वो रूहानी आवाज़...
तेरा वो खूबशूरत चेहरा...
तेरी वो आंखों की चमक...
आज भी इस जहन में ज़िन्दा है...
बेशक तू थी एक परिंदा...
तू उर गयी जाने कहाँ??
क्यों तू यूँ कफन ओढ़ गयी??
इतनी दूर आखिर क्यों चली गयी??आज खुदा की करामात पर शक होता है...
क्यों ज़िन्दगी में..
अपना सबसे खास जुदा होता है??/
आखिर क्यों यह रीत होती है??
ज़िन्दगी की आखरी मंजिल क्यों मौत होती है????
😢😢😢😢😢😢😢😢miss u...
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SOUVENIRS
Poetry"painted some memories in the form of poetry".....poems are in hindi