वक्त

77 3 0
                                    

कुछ देर अकेला रहना चाहता हूँ
अपनी यादों के साथ,
कुछ देर जीना चाहता हूँ,
वही पुरानी बातों के साथ
ना पुकारो तुम मुझे
आवाज़ देकर  ए सनम,
आज फिर बीते पलों को
दोहराना चाहता हूँ
मुद्दतो के बाद .










                                       waqt
Kuch der akela rehna Chahta hu,
apni yaado k sath.
Kuch der jina chahta hu
wahi purani batho k sath.
Na pukaro tum muje aawaz Dakar
A sanam...
Aaj phir bithe palo ko
dohrana chahta hu
Muddato k baad....

Nisha Ki Kavita जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें