बिरान सम्झलौ कि हम्रा किय नैबजाबै छि
हम्रा अहा किय पास नै बुलाबै छि
आहा के याद सजनी हम्रा किय इ सताबै छै
वेर वेर हम्रा इ रैत मे जगाबै छै
आह के खातिर सजनी हम दुनियासे बिरान यो
तबो आहा हम्रा किय करै छियै परेसान यै
अहा के खातिर सजनी समाजो पहाड भेल
अहा के खातिर सजनी अपनो बिरान भेल
मौसम जोका बदैल बदैल आहा हम्रा सताबै छि
बेर बीर देखक हम्रा किय आह जलाबै छि
बिरान समझलौ कि हमरा किय नै बजाबै छि
हम्रा किय नै आहा दिल के बात बताबै छि
पुर्णिामा के चान्द जोक चमैक चमैक हम्रा चन्काबै छि
दिया के बाती जोको टलैक तलैक आहा हम्रा सलकाबै छि
जादु चलेलौ कि आह टोन चलेलौ यो
हम्रा मुर्छित कैर आहा कोन बिलेलौ यो
रैत दिन आहैक खोज खोज तरैस हम गेलौ यो
तबो आह हम्रा किय तर्साबै छि
हम्रा किय नै आहा दिल के बात बताबै छि ।।
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मैथिल आवाज
Poezieहमर संस्कृति विशाल एइछ सीता मैयाँ स बुद्ध तक इ ईतिहास एइछ कोइ हाम्रा किछो कहै हम्रा पहिचान मे भग्वान एइछ जनकपुर छिन्मस्ता जहैन सक्तिपिठ सब के आशिष् एइछ युगौ युगस यहा हमर पहिचान पहिचान एइछ बेर बेर यहै नमन य कि हमर संस्कृत महान एइछ