हाथ मे हाथ छेलै साथ मे साथ यौ
माथ मे माथ छेलै और होठ मे होठ यौ
सास से सास छेलै और प्राण से प्रणा यौ
मुदा देखु आइ भगेल सब बिरान योदिने क दिन हम एना बिगर्लौ कोन यौ
आहा दिया के बाती जोका बुझलौ कोना यौ
आहा बर्सा के पानी जोका झहर्लौ कोना यौ
आहा हम्रा स येना बिखर्लौ कोना यौ
रैत दिन अहिक सपना निखर्लौ कोना यौ
अहि के खातिर हम एना सिहर्लौ कोनायौ
दुनियाके रित से हम उतर्लौ कोना यौ
कहैत छेली हम आहिके प्राण यौ
कना आइ भगेली हम अहिस बिरान यौ
रित के रित छेली मीत के मीत यौ
आहि स जुडल छेलै हम्रो प्रेमके गित यो
अहिके मुस्की छेलै हम्रो सिरनी यौ
आहिके कन्खी छेलै हम्रो धरनी यौ
आइ इ सब के याद भगेल छै हम्रो परेसानी यौ
आए उ सब हम्र स भगेल छै बिरान यौ
नदिया के पानी जोका बेह बेह हम गेल यौ
हमर आहाके सम्बन्ध आइ बैन गेल आइ खेल यौ
मैन जोका आइ पिघैल हम गेलौ यौ
अहै के बिछोड से निखैर अब गेलौ यौ
अहै के चोट से अब हम तिखैर हम गेलौ यौ
सबैर हम गेलौ यौ।।।।।
गितकार साइमन पन्कज
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मैथिल आवाज
Poesiaहमर संस्कृति विशाल एइछ सीता मैयाँ स बुद्ध तक इ ईतिहास एइछ कोइ हाम्रा किछो कहै हम्रा पहिचान मे भग्वान एइछ जनकपुर छिन्मस्ता जहैन सक्तिपिठ सब के आशिष् एइछ युगौ युगस यहा हमर पहिचान पहिचान एइछ बेर बेर यहै नमन य कि हमर संस्कृत महान एइछ