"किताब एक ऐसा पत्र है,
जिस पढे ही हर कोई मंत्र मुग्ध हो जाता है
गेहराई जानो इस्की,
तो जिंदगी का किस्सा बन जाता है"||
"झूट का सिलसिला शुरू हो जाए"
तो खतम नहीं होता,
और अगर सच सामने आए
तो वो मीठा क्यूं नहीं होता"||
"कड़वा और मीठा तो ज़िन्दगी के पहलु है,
एक अगर हार तो दूसरा जीत है"|
"ज़िन्दगी तो दो पहलु में बटी है
हार के बाद जीत और,
जीत के बाद हार है
चाहे कुछ भी कर लो,
इसे स्वीकार करना भी एक राज हैं"||
-खुशी
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"POETRY"
Poetryगलती मेरी, माफी मेरी गुस्सा तेरा, हक तेरा।। पगली में, मजाक उड़ाया समझदार तु, गुस्सा दिखाया।। दुखाया दिल तेरा, सिकुड़ा मन मेरा।। जान के अपनी गलती, मांगती हूं माफ़ी।। - खुशी