"कहते है दो गज दूरी,
मास्क है जरूरी
ऐसा क्यों कहते है यार
बहुतों को लगती है,
ये मोदी जी की एक चाल
इसलिए तो आगरा के रविवार
बाजार में लगी रहती है
औरतों की भरमार
तब ना तो तो बीमारी का डर
न पति की जेब खाली होने काडर तो बस इसका रहता की,
अगर ये चीज़ ले जाती सामने वाली
में रह जाउंगी हाथ पैर मारती|
एक-के चढ़ जाते हैं
मुह की जगह मास्क गले में लटकाते हैं,
और जब चालान कट जाये
तब रामकथा बाजते है"|
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"POETRY"
Poetryगलती मेरी, माफी मेरी गुस्सा तेरा, हक तेरा।। पगली में, मजाक उड़ाया समझदार तु, गुस्सा दिखाया।। दुखाया दिल तेरा, सिकुड़ा मन मेरा।। जान के अपनी गलती, मांगती हूं माफ़ी।। - खुशी