यह सत्य नहीं कि प्रकाश ही श्रेष्ठ है सारा ब्रह्मांड अंधकारों से भरा पड़ा है। हम सब उसी एक अंधकार से घिरे पड़े हैं। हम सब तथा ब्रम्हांड के तमाम वो छोटी बड़ी हस्तियां, जो अपने-अपने सौर्यसूचक को लेकर स्वयं को प्रकाशित करने की कोशिश कर रहे हैं। अंततः हम सब एक न एक दिन उसी अंधकार में जा मिलते हैं, यह सत्य है कि प्रकाश के आते ही अंधकार भाग खड़ा होता है परंतु एक सत्य यह भी है कि प्रकाश का दांत होते हैं अंधकार पुनः अपना स्थान ग्रहण कर लेता है। यही अंधकार की प्राथमिकता है। प्रकाश अनेक रूपों में हो सकते हैं परंतु अंधकार का केवल एक ही स्वरूप होता है और वो सार्थक है। प्रकाश का अंत हो सकता है परंतु अंधकार का अंत किसी काल में नहीं होता है ये अजय है । अजय का अर्थ यह नहीं कि जिसे जीता ही ना जा सके। अजय का अर्थ है दूर्जय जिसे कठिनाइयों से जीता जा सकता है। संभावता जो प्रकाश है, वो एक हद तक अंधकार को भाग खड़ा होने के लिए विवश कर देता है। यही प्रकाश की सर्वश्रेष्ठ व सुन्दरतम विशेषताएं हैं उसी से हम सब तथा ब्राह्मण गतिमान है। जीवन भर हम सब आपने अपने गुण और कर्म से स्वयं को तथा औरों को प्रकाशित करने के लिए भरपूर कोशिश करते हैं यही जीवन का अंत है और सर्वश्रेष्ठ विशेषताएं भी।
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आत्म दर्शन
Science-FictionThe purpose of this book is to strengthen humanity and build human society from a new end.इस पुस्तक का उद्देश्य इंसानियत को सुदृढ़ करना तथा मानव समाज को एक नए सिरे से गढ़ना है।