22.मरहम

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नज़रअंदाज़ करो तो नासूर हो जाते हैं, हर ज़ख्म का मरहम वक़्त नहीं होता...!!!



Nazarandaaz karo to nasoor ho jaate hain, har zakhm ka marham waqt nhi hota...!!!

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