40.कश

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कुछ कश और लगा ले ऐ ज़िन्दगी , बुझ जाऊँगा किसी रोज़ सुलगते सुलगते...!!!





Kuch kash aur laga le ae zindagi, bujh jaaunga kisi roz sulagte sulagte...!!!

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