Sajda

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सजदा ऐसा हो कि दिल चिराग हो जाये,

नींद ऐसी की ये जहाँ ही ख्वाब हो जाये!

इल्म यूं तो ज़माने भर के सीखते हैं लोग,

इल्म ऐसा हो जो रूहों के दाग धो जाए!

साक़ी साथी भी हो ये ज़रूरी तो नहीँ,

साक़ी ऐसा हो कि पानी शराब हो जाए!

Alam-e-IshqWhere stories live. Discover now