जाते जाते छोड़ गए
एक छाप गहरी सी
समझ ना पाए ये हाल हो गया
अब हर जगह दिखता वो ही।सोचते सोचते पता भी ना चला
कब बिस्तर ने पुकार लिया
पर दिल मेरा था शैतान
ख़्वाब में भी जलने लगा उनका दिया।सब कहते हैं रहती हो गुम-सुम
कैसे बताए उन्हें
खुद से ही अलग हो गए
अब बस तुम ही तुम।कभी कही तो मिल जाएँगे
किसी राह में चलते चलते
तब तक समझाएँगे इस नादान दिल को
उनके बिना रहते-रहते।___________________________
It's all about..dil mera dekho, na Meri haisiyat pucho
~ A
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𝐋𝐚𝐟𝐳
PoetrySometimes your best feelings are found in the words which you type but never send. A poetry collection to voice out my feelings. * #1 in notion (Dec 2021) #1 in poetry (Jan 2022) #2 in poesia ( Jan 2022) #4 in poem book (Jan 2022)