भस्म होते हुए देखा जो अपनों को
पता था अब न संभल पाऐंगे
उन्हीं की राख में हाथ फिराया
तो हमारी जिंदगी का
अनमोल हिस्सा बन कर उभरा
और वो थी ‘तुम’।
___________________________~A
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𝐋𝐚𝐟𝐳
PoetrySometimes your best feelings are found in the words which you type but never send. A poetry collection to voice out my feelings. * #1 in notion (Dec 2021) #1 in poetry (Jan 2022) #2 in poesia ( Jan 2022) #4 in poem book (Jan 2022)
~तुम~
भस्म होते हुए देखा जो अपनों को
पता था अब न संभल पाऐंगे
उन्हीं की राख में हाथ फिराया
तो हमारी जिंदगी का
अनमोल हिस्सा बन कर उभरा
और वो थी ‘तुम’।
___________________________~A