साला अजब फेज में अटक गई है जिन्दगी।
समझ ही नहीं आता ऊब गए हैं
या डूब गए हैं।दिल उलझ सा गया है डोरी में उनकी।
वजूद की हमारे खबर तक नहीं भी।
YOU ARE READING
let it be #jaanedemujhe
Poetrywhen she had planned to live her whole life along with him, adoring his silly, childish yet caring nature. He asked her to call it off. what else She could tell him except 'let it be- bas #jaane de mujhe. Mere collection of few feelings in my first...
फेज
साला अजब फेज में अटक गई है जिन्दगी।
समझ ही नहीं आता ऊब गए हैं
या डूब गए हैं।दिल उलझ सा गया है डोरी में उनकी।
वजूद की हमारे खबर तक नहीं भी।