यूं तो कहना बहुत कुछ था, बोल कुछ भी न पाए
तोहमत जितने भी लगे, झूठा करार दे ना पाए
तूने तो गिना दिए तेरे दोस्ती में की सारी कोशिशें
हम अपनी जद्दो जहद का मोल दे ना पाए
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ये रातें।
Poetryउनसे कहो जाकर ज़रा मेरी बातों का जवाब दे कब तक एक तरफा ज़िक्र करू इन सितारों से।
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यूं तो कहना बहुत कुछ था, बोल कुछ भी न पाए
तोहमत जितने भी लगे, झूठा करार दे ना पाए
तूने तो गिना दिए तेरे दोस्ती में की सारी कोशिशें
हम अपनी जद्दो जहद का मोल दे ना पाए