ट्रेन स्टेशन पर रात 10:30 बजे हो गए हैं, सभी लोग बहुत खुश हैं, क्योंकि कल से नया साल शुरू होने वाला है। सभी अपने परिवार के साथ मिलने के लिए कहीं ना कही जा रहे हैं, और स्टेशन पर बहुत चहल-पहल है। सभी 11 बजे की ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं।
एक बूढ़ी अम्मा अपने सूटकेस को धीरे-धीरे खींचती हुई यहां-वहां लोगों से कुछ पूछ रही हैं, तभी उसके सामने एक 18 साल का नौजवान लड़का आता है। उसके काले बाल थे और वह साधारिता से सफेद टी-शर्ट और नीले कलर के पैंट पहने हुए था। वह अम्मा से कहता है, "अम्मा, क्या हुआ? इतनी परेशान क्यों दिख रही हो?"
अम्मा ने कहा, "बेटा, मैं पढ़ी-लिखी नहीं हूँ, इसलिए मुझे पता नहीं कि मेरी ट्रेन किस प्लेटफ़ॉर्म पर रुकेगी। क्या तुम मुझे इस टिकट को देखकर बता सकते हो कि वह ट्रेन कहां रुकेगी?" उस लड़के ने कहा, "ठीक है, अम्मा।"
अम्मा ने कहा, "बेटा, तुम्हारे जैसा अगर मेरा भी बेटा होता तो, मुझे यहां पर अकेले नहीं भटकना पड़ता। वैसे तुम्हारा नाम क्या है?" लड़का ने कहा, "मेरा नाम अर्जुन है, अम्मा।" अम्मा ने कहा, "अच्छा नाम है, लेकिन तुम कहां जा रहे हो?"
अर्जुन ने कहा, "मैं इस शहर में पढ़ाई के लिए आया था, लेकिन कल नया साल है, इसलिए मैं अपने गाँव जा रहा हूँ।" अम्मा ने पूछा, "अच्छा, तुम्हारे गाँव का नाम क्या है, बेटा?" "मेरे गाँव का नाम रामपुर है, और मेरा घर वहीं है," अर्जुन ने कहा।
तभी अर्जुन ने कहा, "देखो, अम्मा, यह रहा आपका प्लेटफ़ॉर्म और इस रेल पटरी पर वह ट्रेन आकर रुकेगी।" अम्मा ने कहा, "तुम्हारा बहुत शुक्रिया, बेटा।" तभी अम्मा अचानक से नीचे ज़मीन पर गिर जाती हैं!
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arjun a warriar
Fantasiये एक ऐसे लडकी की कहानी है जिसका एक शरीर होने के बाद भी उसके अंदर दो अलग- अलग व्यक्तीत्व रहते थे लेकिन वो इस बात से पुरी तरह अनजान अपनी सामान्य जिंदगी जी रहा था जब तक की उसे अपने सफर के दौरान इस दुनिया की सच्चाई पता नही चली ,और उसी पल से अर्जुन की...