सबसे ज्यादा दुख तब होता है,
जब अपने ही गलत समझ जाते हमें,
कैसे फिर विश्वास जगाए उनमें?
जब पहले ही उम्मीद छोड़ जाते वो।सबसे ज्यादा दुख तब होता है,
जब अपने ही छोड़ जाते हमें,
कैसे रोक ले उन्हें हम?
जब घर की चौखट लांग जाते वो।सबसे ज्यादा दुख तब होता है,
जब अपने ही धोका देते हमें,
कैसे विश्वास करें फिर ऊंपर?
जब पहले ही वादा तोड़ चुके वो।~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
I hope you'll like it.
Do share your thoughts and click on the star button below.
Stay safe and happy ❤️❤️❤️
आप पढ़ रहे हैं
दर्पण (Darpan)
PuisiI'm here again with my new book with a collection of Hindi poems absolutely written by me...sorry if you don't understand this language but for those who understand hindi perfectly I hope you enjoy my new book. It doesn't have any specific topic or...