Chapter -6

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अवनी धीमे कदमों से उस लडके के सामने खड़ी हो गई!!!! गीता दीवार के साइड में होकर दूर से ही देख रही थी !!

अवनी उस लड़के के पास आकर खड़ी भी हो गई फिर भी वो लड़का अपनी किताब में पता नहीं क्या देखने में बिजी था !!

अवनी ने हिम्मत करके धीरे से बोला " हे !!!!!

अवनी के "हे" कहने पर भी उस लड़के ने उपर नहीं देखा !!

अवनी को लगा कहीं जानबूझ कर तो नहीं ये उपर मुंह नहीं कर रहा , अवनी ने गीता की तरफ देखा भौंहें सिकोड़ कर , गीता हाथ हिला कर उसे बात करने को ही कहे जा रही थी !!

अवनी ने फिर धीमें आवाज में बोला " "हे" !!!!!

अवनी को अब लगने लग गया था कि ये लड़का जानबूझ कर ऐसा कर रहा है लेकिन तभी वो एकदम से मुंह उठा कर बोला" ओह .!!!! हे !!! सोरी मैं जरा किसी प्रश्न का उत्तर ढूंढने में इतना खो गया था कि तुमको देखा ही नहीं !!!!

अवनी" हां कोई बात नहीं पढ़ाई भी जरूरी है ,वो मैं आपको थैंक्स करने आई थी कल के लिए ,जो आपने मेरी मदद की !!

लड़का " अरे नहीं नहीं ,तुम थैंक्स मत करो घटिया काम को होते देखना किसी सही इंसान का काम नहीं ,बस मुझे ग़लत लगा तो मैंने उसको रोका !!

अवनी उसकी बात सुनकर मुस्कुरा दी और बोली" वैसे कौन से सवाल है जिसका जवाब तुमको नहीं मिल रहा ??

लड़का" क्या तुम सोल्व कर सकती है मेरा सवाल ???

अवनी " हां कोशिश कर सकती हूं !!!

अवनी की गणित में पकड़ अच्छी थी ! तो वो उस लड़के से उसकी किताब लेकर वो सवाल देखने लगी जो उस लड़के ने बताया था !

अवनी और वो लड़का वहीं कोरिडोर में पड़े एक बैंच पर बैठ गये ! अवनी ने उस सवाल को एक मिनट में सोल्व कर दिया और लड़के को बताते हुए बोली" मैंने ट्राई किया और निकल गया !!

वो लड़का बहुत खुश हुआ और बोला " तुम पढ़ने में बहुत होशियार हो !! तुम्हारा दिमाग भी तेज़ है क्या बनो गी पढ़ लिख के !!!

अवनी " मैं तो वकील बनना चाहती हूं पढ़ लिख के !!

लड़का" तो तुम्हें कानून(Law) की पढ़ाई करनी होगी !!

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