राष्ट्रभाषा हिन्दी

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निज भाषा को जन जन तक पहुंचाये ,
तभी असली हिन्दी दिवस मनाये।

ये है लगती सबसे प्यारी ,
ममतामयी जैसे मां हो हमारी ।

इसकी सरलता ही इसकी,
सबसे बड़ी खूबी ,
अपनी इसी खूबी से ,
ये जन जन की हो ली ।

जैसे ये लिखी जाती ,
वैसे ही ही पढी जाती ,
इसी लिये तो,
राष्ट्रभाषा का सम्मानित,
दर्जा ये पाती ।

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