ये फूलों की पंखुड़ियाँ चुन के ,
अपना दामन सजा लेती हूँ ।
बिखर गए हैं जो रिश्ते,
उनको जोड़ कर अपना,
घर आंगन बसा लेती हूँ।
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मेरी कविताएं मेरे एहसास......
Puisiमेरी कविताएं मेरे एहसास... इसमें मेरी विभिन्न कवितायें हैं । जिसमें से कुछ मेरे खट्टे मीठे अनुभवों पर आधारित है और कुछ कविताएं है जो मैंने अपनी कल्पना के सागर में गोते लगाकर कुछ मोती चुने हैं जिनको मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं । इस पुस्तक मे...
घर आंगन
ये फूलों की पंखुड़ियाँ चुन के ,
अपना दामन सजा लेती हूँ ।
बिखर गए हैं जो रिश्ते,
उनको जोड़ कर अपना,
घर आंगन बसा लेती हूँ।