माँ,
तेरी जैसी किसी और की कल्पना ही अकल्पनीय है।
तेरा व्यक्तित्व ही अतुल्यनीय है,
तेरे साथ बिताया हर पल अविस्मरणीय है।तेरे आंचल में ही तो सारी दुनिया समाहित है,
तेरे लिए तो हर खुशी प्रवाहित है।
तेरे बिना मेरी कोई दुनिया नहीं,
तू है इसलिए ही तो मेरा अस्तित्व है कहीं।तेरा हर बलिदान मेरी यादों के पिटारे का हिस्सा है,
तेरी भावनाओं से भरा हर किस्सा है।
तेरा देर रात तक जग कर मुझे पढ़ते हुए सोने से रोकना,
तेरा सुबह जल्दी उठकर मुझे उठाना।
मेरे लिए कॉफी बनाना,
मेरा सिर दबाना,
मेरा ध्यान रखना।
तेरे उपकारों का मैं धनी हूं,
तेरी सभी बातों का मैं ऋणी हूं।किस्मत वालों को माँ मिलती है,
पर तेरी जैसी मां तो चुनिंदा लोगों को ही मिलती है।
खुद से पहले अपने बच्चों के लिए जीती है,
मेरी हर मुस्कान के पीछे भी तू ही आती है।
तुझे बुरा बरताव करने पर मुझे खुद पे क्रोध आता है,
तेरी जैसी माँ पाकर भी मन में विरोध आता है।
तेरे नाम से जाने जाने पर गर्व होता है,
तेरे बिना तो तेरा यह बेटा भी अधूरा है,
तेरा यह बेटा भी अधूरा है।
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हिन्दी काव्य
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