ये जो नन्हे शीतल बूँदों की बारिश होती है
ये दरअसल पुराने प्रेमियों के प्रेम से भरे छलकते दिलों के घड़े हैं
जो कभी कविता तो कभी प्रेम कथा बनकर धरती में बूँद बूँद बरस रहे हैंये प्रेम के रस से भरी कविताएँ, ये प्रेम गाथाएँ फिर किसी के दिल को सींच कर प्रेम के बीज को पुलकित कर रहीं हैं
एक प्रेम उभर रहा है
एक प्रेम पल रहा है
एक प्रेम परिपक्व हो रहा है ..
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अल्फ़ाज़ (शब्द) Alfaaz
Poetryये कविताएँ मैंने अपने कालेज के दौरान लिखीं थीं । कुछ पूरी और कुछ आधी अधूरी सी मेरी नज़्में , जिन्हें मैं अक्सर अकेले में आज भी गुनगुनाया करता हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आयें.. *अल्फ़ाज़ copyrights © by Raju Singh Read full book https://www.am...