प्रेम से भरे घडे़..

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ये जो नन्हे शीतल बूँदों की बारिश होती है
ये दरअसल  पुराने प्रेमियों के प्रेम से भरे छलकते दिलों के घड़े हैं
जो कभी कविता तो कभी प्रेम कथा बनकर धरती में बूँद बूँद बरस रहे हैं

ये प्रेम के रस से भरी कविताएँ, ये प्रेम गाथाएँ फिर किसी के दिल को सींच कर प्रेम के बीज को पुलकित कर रहीं हैं

एक प्रेम उभर रहा है
एक प्रेम पल रहा है
एक प्रेम परिपक्व हो रहा है ..

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⏰ पिछला अद्यतन: Apr 03, 2023 ⏰

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