Toh arz hai ki...!!°•°•°•°•°•°•°•°•°•
“कभी पसंद नहीं मिलती,
कभी जज़्बात नहीं मिलते....कभी पसंद नहीं मिलती,
कभी जज़्बात नहीं मिलते....घर वालो से सिर्फ खून मिलता है,
खयालात नहीं मिलते...!!”
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𝐈𝐍 𝐓𝐇𝐄 𝐃𝐄𝐏𝐓𝐇𝐒 𝐎𝐅 𝐃𝐄𝐒𝐏𝐀𝐈𝐑🥀
Poetry"शायर है जनाब इसलिए शायरी लिखते हैं.. हम तो बस अपने जज़्बात लिखते हैं.... अधूरी बातों के पूरे ख़्वाब लिखते हैं... शायर है जनाब इसलिए शायरी लिखते हैं...!!" 𝐈𝐍 𝐓𝐇𝐄 𝐃𝐄𝐏𝐓𝐇𝐒 𝐎𝐅 𝐃𝐄𝐒𝐏𝐀𝐈𝐑🥀... 𝐁𝐘 𝐊𝐀𝐍𝐈𝐊𝐀... @𝐭𝐡𝐞_𝐮𝐧𝐭𝐨𝐥𝐝_𝐫...
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Toh arz hai ki...!!°•°•°•°•°•°•°•°•°•
“कभी पसंद नहीं मिलती,
कभी जज़्बात नहीं मिलते....कभी पसंद नहीं मिलती,
कभी जज़्बात नहीं मिलते....घर वालो से सिर्फ खून मिलता है,
खयालात नहीं मिलते...!!”
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