दरिया संग बहते गए
तोहमतें सब ख़ामोश , सुनते गए
जब अपनो ने मुसलसल साथ छोड़ दिया
कुछ यादों सहारा बानी तो कुछ ने ग़मो में डुबो दियाVote,comment and share
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अनकहे अल्फ़ाज़
PoetryHave you ever felt that anxiousness whlie trying to sleep? A constant buzzing in your ears.,mind whispering ? conspiring for a future! An alternate reality where u were brave , brave enough to give words to your thoughts, while you keep tossing and...
अनकहे अल्फ़ाज़
दरिया संग बहते गए
तोहमतें सब ख़ामोश , सुनते गए
जब अपनो ने मुसलसल साथ छोड़ दिया
कुछ यादों सहारा बानी तो कुछ ने ग़मो में डुबो दियाVote,comment and share