अनकहे अल्फ़ाज़

16 0 0
                                    


वक़्त हाथों से फ़िसलता गया
खड़े देखते रहे
उनके आईने में चेहरा बदलता गया

--riti

अनकहे अल्फ़ाज़जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें