तेरी आँखें (Teri Aankhen)
मेरी ये तमाम नज़्में किसी की ख़ूबसूरत आँखों के नाम, जिसकी आँखों में ज़िन्दगी भी है और नाउम्मीदी के अँधेरों में उम्मीद की एक किरन भी। ऐसी आँखें जो रास्ता भी हैं और मंज़िल भी। इन आँखों को देख कर जीने का मन होता है। -फ़रीद क़मर. Meri ye tamaam nazmen Kisi ki khoobsoorat aankhon ke naam jiski aankhon me zindagi bhi hai aur na...