आपको पहली बार आपकी पसंद वाली ब्लैक कॉफी पीते देखा था, उसी क्षण आपसे दिल लगाए बैठे। आप अपने बाल सवार रही थी और हम बस आपकी और देख रहे थे।
अचानक आपकी नज़र पड़ी मेरी और मैंने पल भर मैं आंखें फेर ली। अब आप मेरी तरफ टुकुर टुकुर देख रही थी और में शर्मा गया।
आप अपने हाथ में कॉफी लिए मेरी और चल दी और मेरे दिल की धड़कन तेज़ हो गयी। हम बस वहा से भागने वाले थे, आपकी आवाज़ आयी, रुको। हमारे पाऊँ रुक से गये। आप बोली अभिषेक नाम है तुम्हारा। हमारी मानलो सांस अटक सी गयी हो, ऐसा हो गया। आप हमारा नाम जानती है। हम तो फूले नहीं समा रहे थे। क्यों देख रहे थे मुझे? आपने पूछा। हम क्या बोलते। कुछ था ही नही बोलने को। क्यों देख रहे थे बताओ? वो आपके लिए दिल में थोड़े से भाव है इसीलिए, हमने बोल दिया। मुझे लगा आप नाराज़ हो जाएंगी पर हुआ एक दम विपरीत। तो ये बात पहले नही बोल सकते थे। मैं भी तुम्हे थोड़ा थोड़ा पसनद करती हूँ। मेरे आस पास मानो कोयल गाने लग गयी हो। पवन तेज़ चलने लगे गयी हो।
तबसे इस बात को 20 साल हो गए है। और आज भी उतना ही प्यार करता हूँ आपसे। फर्क सिर्फ इतना है कि में यहां नीचे और आप वहां तारों के बीच में। कुदरत को हमे साथ देखना पसंद नही आया। पर आ रहा हूँ मैं भी बहुत जल्द आप ही के पास। फिर दोनो उसी कॉफी शॉप पे मिलेंगे और फिर एक बार फिर प्यार होगा। पर तबतक के लिए, हमे यादों में पिरोके रखिएगा और हम आपको यहां से याद करते रहेंगे।
आपका अपना कॉफी वाला पार्टनर
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MY THOUGHTS
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