पुरानी दिल्ली

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आज ख्याल बहुत है, लफ़्ज़ कम...

लिखने की कोशिश करुंगा ज़रूर क्यूंकि बहुत कुछ है जो बयान नहीं कर सकता अपनी बातों से तो अपने कलम को ही अपने गम का साथी बनाऊंगा !

अभी हाल ही में पुरानी दिल्ली गया था। सोचा कुछ दोस्तों से मिल आऊं। बहुत समय जो हो गया था, यही सोचके गया था, पर बहुत कुछ हुआ पुरानी दिल्ली में बस मिलना ना हुआ !

जामा मस्जिद चुना गया था जहां सब यार दोस्त मिलेंगे। मुझे याद है कॉलेज मैं सबसे मिलने के लिए पुछना नहीं पड़ता था। सिर्फ मुंह उठाओ और चल दो। पर आज, उन से पहले पुछना पढ़ रहा था की आ रही हो ना? नहा धोकर, होटल के कमरे से निकला था, ताकि अच्छा लगू। सबसे पहले पोहोच गया जामा मस्जिद। वहा देखा बहुत सारे लोग, जवान, बूढ़े, बच्चे सब घूम रहे हैं। कुछ खुदा से अपने लिए मांग रहे थे, कुछ अपने चाहने वालों के लिए और कुछ तो बस खुदा की छांव मैं बैठने आए थे। कुछ फोटो क्लिक करवा रहे हैं और बस यही चल रहा था !

धूप तेज़ तो नहीं थी पर गरमी थी थोड़ी थोड़ी। सामने देखा तो एक बुज़ुर्ग से अंकल साइड पे शरबत बना रहे थे। मैने पूछा तो बोले इसे मोहब्बत का शरबत बोलते है। मैंने कहा फिर एक गिलास दे ही दो। वो पीके मानो ताजा हो लिया। मैं भी न बातों बातों में पता नहीं कहा चला गया। आप बोर हो लिए होंगे !

हां तो मैं इंतजार कर रहा था। २० मिनट हो गए कोई आया नहीं अब तक। मैने व्हाट्सएप ग्रुप पे मैसेज किया, "कहा हो सब?" एक दोस्त का जवाब आया, नहीं आ सकता, ऑफिस का काम। दूसरे दोस्त का जवाब आया तुरंत, "बच्चों को इंजेक्शन लगाने है।" और उसी के साथ तीसरे दोस्त का भी मैसेज आया, "मैं आने ही वाला था पर घर पर मेहमान आ गए।" मैने "ओके" टाइप किया और अपना फ़ोन जेब मैं डाल दिया !

क्या हम इतने व्यस्त हो गए हैं दोस्तो के लिए भी समय नहीं है। जिन्के साथ इतनी यादें बनायी आज वही सिर्फ एक फोन मैं नंबर है बस ?

ये ख्याल हर दिन आता है, हर दिन। हर दिन कॉलेज को याद करता हूं, जब भी कभी पुरानी तस्वीरें दिख जाती है। खुश थे तब बहुत हम। व्यस्त तब भी थे पर अब ये जिम्मेदारियां ने डूबा रखा है सबको। अब सिरफ त्योहारों पे ही बात होती है बस। पता नहीं, शायद इसी को जिंदगी कहते हैं। पर मुझे इस बात का गम नहीं की दोस्त नहीं आए। गम तो इस बात का है की दोस्त होते हुए भी अकेला हूं।

खैर, आपको बोर नहीं करुंगा वैसे ही आप सबकी लाइफ मैं बहुत कुछ है। चलिये मैं चलता हूं। फिर कभी आउंगा एक नया किस्सा लेकर, तब तक के लिए, आप मस्कुराते रहें और हम भी कोशिश करेंगे मस्कुराने की।

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