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Neelam POV

5years ago(flash back)

Mera naam Neelam hai.

(🌟🌟Author's note: Kahani mein Neelam abhi mar chuki hai, Neelam ka drishtikon(pov) sabhi flashback mein hai. Aur yahan drishtikon (pov) Kai chapters Tak continue hota rahega. Aur dono timeline simultaneously chalu rahega🌟🌟.)

मुझे हर लड़की की तरह अपने फर्स्ट नाइट के बारे में चिंता, दिलचस्पी और उत्सुकता तीनों थी।

Mai aap se kehna chahti hu ki Raj Mera pahla Pati nahin hai. Meri Raj se shaadi hone se pahle ek aur shaadi hui thi.

Kya aap meri Kahani sunenge?

हम दो बहने हैं और मैं सबसे बड़ी हूं। ‌ मेरी छोटी बहन का नाम रितु है।

गांव में बड़े होने के कारण हम बहुत कंजरवेटिव संस्कारों के साथ बड़े हुए हैं।

मेरे पिताजी गांव के बड़े आदमी थे और सभी गांव में humse डरते थे।

शायद इसकी वजह से ही मेरे  दोस्त नहीं बन पाए और लड़कियां मेरे घर खेलने नहीं आती थी और लड़के मुझे लाइन मारने में बहुत डरते थे।

जब मैंने 12 वीं पास की तो आगे की पढ़ाई के लिए मेरे पिताजी ने एक शहर बेंगलुरु में हमारा घर शिफ्ट कर दिया। पिताजी को डर लगता था कि कहीं मैं हॉस्टल में रहकर बिगड़ ना जाऊं। और पिताजी को मेरी सुंदरता पर बहुत गर्व था और डर भी था कि कोई लड़का मुझे छू न लें।

मुझे गांव में कभी किसी से ऐहसास होने नहीं दिया कि मैं कितनी सुंदर हूं। पर बेंगलुरु आते-आते मैं पूरी तरह से यह समझ गई थी कि मैं कितनी सुंदर हूं और लड़कों को मैं कितनी आकर्षित लगती हूं।

कॉलेज में जब यौन क्रियाओं के बारे में सेक्स एजुकेशन सिखाया गया मैं तो  दंग ही रह गई। मेरे दोस्तों ने मुझे मजाक उड़ाया कि मैं कुछ भी नहीं जानती। जब मैंने अपने दोस्तों से पूछना शुरू किया तो मुझे काफी इंफॉर्मेशन मिला।

मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि मैं कितनी सुंदर लगती हूं और इसके लिए कॉलेज के सारे लड़के मुझे ही देखते हैं। इससे पहले मुझे लगता था कि सारे लड़के जैसे मुझे देखते हैं सभी लड़कियों को भी देखते होंगे।

मेरी दोस्त ने मुझे बताया कि ऐसा नहीं है और वहां सिर्फ अच्छे दिखने वाले लड़कियों को ही लड़के घूमते हैं और नजर चुराते हैं।

मैं बहुत रोई थी जब किसी लड़के ने कॉलेज की दीवार पर आई लव यू नीलम  लिखा था और साइड में एक चेहरा चित्रण करके उसके नीचे दो बड़े बड़े circle खींच लिए थे.

उस दिन मैं बहुत रोई थी क्योंकि सारे छात्र उस दीवार पर लिखे अक्षरों को और चित्र को देखकर जोर जोर से हंस पड़ी और सभी सीनियर और जूनियर छात्र मुझे देखकर बहुत हंसते थे।

उस दिन शाम को मैंने जब इस बात को मेरे पिताजी को बताया वह अगले दिन कॉलेज आ गए और प्रिंसिपल के साथ शिकायत की।

मैं जब घर आई तभी भी रोती रही और मेरी मां ने ताकि मुझे मेरा कॉन्फिडेंस कम ना हो यह बता कर समाधान किया कि क्योंकि मैं सुंदर दिखती हूं ऐसे सब लड़के करते हैं।

मेरी मां ने मुझे समझाया कि क्योंकि मैं अभी बड़ी हो रही हूं,  मेरी कमर गोलाकार में तब्दील हो रहे हैं और मेरी छाती भी बढ़ रही है इसके लिए लड़कियों को यह सब सहना पड़ता है।

मुझे अभी भी याद है जब मेरे पहले पीरियड्स हुए थे मां ने मुझे समझा-बुझाकर मेरे आंसू पोछे थे और मुझे सिखाया था कि कैसे अपने आप को साफ रखा जाए।

🌟🌟

Present day

Raj POV:

नीलम की  लटकती हुई लाश देखने के बाद मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था कि क्या किया जाए।

क्या मैं लाश को नीचे उतार कर लाश को कपड़े पहना कर पुलिस को कॉल करू? मैं नहीं चाहता था कि पुलिस मेरी बीवी को इस अवस्था में देखें।

या फिर इसी अवस्था में पुलिस को कॉल करके उनके सामने ही लाश को नीचे उतारु?

अगर मैंने पुलिस के आने से पहले ही लाश उतारी तो शायद पुलिस ना समझे कि मैं ने मर्डर किया है।

मैंने सोचा पुलिस को पहले बुलाना ही अच्छा रहेगा।

Mene आजू-बाजू देखा कि क्या नीलम ने कोई सुसाइड नोट छोड़ी है जिसकी वजह से यहां सुसाइड माना जा सके?

अगर कोई सुसाइड नोट है तो मैं लाश को नीचे उतार कर कपड़े पहना सकता हूं और पुलिस को कोई जवाब देना नहीं पड़ेगा।

🌟 to be continued🌟

I have noticed that many people read my story but don't follow me.

Please remember to follow me after you finish this chapter.

Also please rate my chapter and review if you liked the story till now.

Do you like my dual timeline concept? Mention your opinion in review section.

nisha in bedWhere stories live. Discover now