१०.

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यह दर्द पराया है, यह गम तेरा नहीं,
पूछा किया यारों ने, क्यों मैं रोती रही,

कहते हैं वो, के भूल नहीं सकते वो हसीं कल,
इश्क़ - ए - नाकाम के भुला दो वो सारे पल,

देखा जो तड़पते हुए उनको दिन - रात दर्द से,
क्यों ना बहे आंसू भी मेरे इस खयाल से,

किसने कहा हाल उनका - मेरा एक सा नहीं,
उनकी तड़प किसी और की, मेरी उनके लिए सही।

Edited:

यह दर्द पराया है, यह गम तेरा नहीं,
कैसे कहूँ तुम से मैं इतना क्यों रोती रही,

कहते हैं वो, के भूल सकते नहीं वो हसीं कल,
इश्क़ - ए - नाकाम के भुला दो वो सारे पल,

देखा जो तड़पते हुए उन्हे दिन - रात दर्द से,
आंसू न बहे क्यों मेरे भी इस ख़याल से,

किसने कहा हाल उनका - मेरा एक सा नहीं,
उनकी तड़प किसी और की, मेरी उनके लिए सही।

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