2-4 दिन में मेरे शरीर में काफी तब्दीली आई। मेरा छाती में धीरे धीरे स्वेलिंग हो रही थी। निप्पल में वी सेंसेशन हो रही थी। दूध भी काफी बन रही थी जिससे अब मैं मनु को भर पेट रख पा रहा था। हप्ता गुजरते ही छाती में एक हल्का सा वजन का फीलिंग आ रहा था। मैं समझ गया मेरा स्तन उभर रहा है। मैने बुआ को बताया। उसने मुझे डक्टर के पास एकबार जाने का शलह दी। मैने उसी दिन कोलकाता जाने का प्लान बनाया। लंच करके मैने मनु को दूध पिलाक़े स्तन खाली किया। उसके बाद जब मैं टीशर्ट पहनने के लिए बटन लगाने के कोशिश की, तब पता चला मेरा छाती कितना उभर आया। मुश्किल ये हो रहा था के शर्ट का बटन नही लग रहा था। बुआ देख कर कही तुझे अंदर ब्रा पहनना चाहिए। रुक जा मैं तेरे लिए ब्रा लेके आती हूँ। बुआ ने सोनाली की पुरानी एक ब्रा लेके आई। फिर कही इसे पहन लें। और मजाक करके कही सावधान से कोलकाता जाना, ध्यान रखना कोई लड़का हाथ न मार दे। मैं शरम से लाल हो गया और अंदर जाके ब्रा पहन लिया। ब्रा पहनते ही मेरी अंदर एक औरतपन जाग उठी। एसे ही मेरी बदन चिकनी थी। हार्मोन से वजे से और निखर आई थी। खैर मैने ऊपर शर्ट और अंदर ब्रा पहनके निकल गई कोलकाता के लिए।
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एक लड़का से कैसे एक कर्सड्रेसिंग बीवी बनी
Romanceये एक लड़का से कैसे एक कर्सड्रेसर बनने का और अपनी बचपन की दोस्त की ही बीवी बनने की काल्पनिक किस्सा है। ये कहानी एक समकामी और रूपांतरकामी लोगो की लिये ही रचाया गया है। जो लोग इस समंध को पसंद नही करते वे ये स्टोरी मत पड़े। मैं वास्तव में एक रियल क्रोसड्...