पड़ोसन पार्ट 4

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कल देररात तक शराब औऱ रोमांस की वज़ह से सर बहुत भारी हो गया शरीर मे भी थकान महसूस हो रहीं थीं | तो जल्दी उठना मुकीं न नहीं था जब नींद पूरी हो गयी तब सबेरे ग्यारह बजचुके थे " उठकर फ्रेश होने गया आकर देखा तो कावेरी किचन में गाना गा रहीं थीं ..ये समा समा है ये प्यार का किसी की इंतजार का दिल ना चुराले कोई ""मौसम बाहर का " मुस्कुराते हुए जाकर पिछेसे लिपट गया  कावेरी जब भी किचन में होती मुझें उसे पिछेसे जाकर हग्ग" करना अच्छा लगता था | ये मोहमेन्ट मेरे लिए सबसे पसंदिता और खास रहती थी .." क्या बात कल आप बड़ेही रोमांटिक हो गए " हा .."  क्यों ना हु इतनी पलचीली ओऱ सेक्सी बीवी जो मिली हैं ,भला कोई अपने आप को कैसे रोख सकता हैं " ..आज फिर तुम पे प्यार आया हैं.. भेहद औऱ ..बस कीजिए अब रात नहीं सुबह हो चूंकि हैं | ग्यालरी में खड़ा बाहर कुछ माहौल देखर बचपन याद आया सोच कर बड़ा सुकून मिला यार कुछ भी हो पर बहोत सुकून था "किसी कोई शिकायत नहीं कोई टारगेट नही बस दिनभर यूँही दोस्तों के साथ यूँही खेलना अच्छा लगता था |जैसे जैसे बड़े होते गए सुकून कहि लापता हो गया जिमेदारी यो के साथ जिंदगी कट रहीं हैं , बस सोसायटी के गेट पर स्कूल की बस खड़ी थी सबेरे बचो का स्कूल के लिए निकलना मासूम शितानिया देखकर बड़ा मजा आ रहा था , वैसे है नजोरो को कुछ भा गया शालू भाभी बच्ची को लेकर आई एक हात में स्कूलबैग , दुसरे हात में बच्ची का हात पकड़े हुए बालो सवारने की कोशिश ..कितनी मासूम कमसिन लग रहीं थीं शालू भाबी की अदाएं कुछ अलग ही थीं इन्हीं अदाओ को दीवानापन होश उड़ाने काफ़ी था | इसी दीवानगी में हम भी हदसें गुजरने लगें थे |  आज शाम फंक्शन में शालू भाबी का आगमन होने वाला था आज तो हम उनकी अदाओ से शायद बेहोश ही हो जाए " रूम की ओर जाते हुए शालू ने एक नज़र से यू देखा कि दिलकी धड़कन ज़ोर से बजने लगी .. जैसे मानो लिफ्ट का सायरन बज रहा हो "
यू ना जलाओ अदाओ से
तुम्हारी नजर भी कातिल बड़ी है
ले रहे हो जाने इम्तिहान कैसे
तुम्हें कैसे बताए रात कितनी भारी है "
शालू की यादों में कुछ पल ख़ुद को रोखना भेहद दी भारी हो जाता  अपनी बाहों में कैद कर जी जान से प्यार करू पर मौका अभी बहुत दूर था शालू के रुहसे जिस्म तक का सफ़र तै करना मुश्किल था  |  आज शाम होनेवाले फंक्शन में शालू किस कदर अदाएं बरसाने वाली है सोच कर बदन भारी हो गया आज पूरा दिन शॉपिंग औऱ अन्य कामो में बिझी हो गया था , दोस्त ,परिवार ,अडोस पड़ोस की कुछ कई लोगों को भी निमंत्रित किया था |  सबकुछ तैयारियां हो गयी फंक्शन शुरू हो गया पर मुझें जिसका इंतजार था ओ नज़र नहीं आई कहिसे अचानक आ जाये और बिजली गिराए बस मैं उसकी खूबसूरती देखता रह जाए यहीं तो दिल की तम्मना थीं | सामनेसे कुछ औरते ग्रुप में बातें करते हुए घर की ओर बढ़ रही थी मैं तो  मानो जैसे सुन्न रह गया हर रोज मारवाड़ी लिबाज में दिखनेवाली शालू आज कस्ता सारि पहनें अपनी बालो को को पीछे की ओर मोडते हुए हसकर चली आ रही थी उसे देखर सचमे रहा नही गया बस आठोपर कुछ पंक्त्या गुनगुना ने लगा दिया ..बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है ,  मेरी और देखते हुए शालू ने एक प्यारी स्माईल दे दी ओ भी बड़ी कातिलाना अंदाज में ..अब आग दोनों तरफसे लगी हैं समझ गया| पूरा फंक्शन खत्म होने यूँही आँख मिचौली का खेल चलता रहा धीरे धीरे बात बढ़ने लागी " फंक्शन दौरान लिए कुछ फोटोज में शालू मुझसे सटके खड़ी थीं शालू का टच मेरे रोंगटे खड़े करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था "  आज कुछ ऐसा कुछ हुआ था | शालू के दिल मे हो रहीं हलचल और मेरी और बढ़ता हुआ खिंचाव चेहरे दिखाई पड़ा ..ये बहुत ही ख़ुशिकी बात सोच रहा था उसे दिल की कैसे बया करे पर ये अच्छा हुआ प्यार के समंदर में सैलाब उधर से भी उठा था | बहुत रात हो चुकी थी सब महेमान चले गए कावेरी अपने काम व्यस्त थी बेडरूम आकर अपने आपको नींद की आगोश में ले जाकर शालू को लव यू कहा और सो गया " कल की वजह से थकान महसूस हो रहीं थीं पर आज दफ़्तर जाना भी उतना ही जरूरी था | फ्रेश हो कर ब्रश करने बेसिन की और बढ़ गया " ब्रश करते हुए शालू के बारे में सोचता रहा कल कमाल की जो लग रहीं थीं " कावेरी फोन पर किसीसे बात कर रही थी " पता चला कि उसके पापा की तबेत अचानक खराब होने की वज़ह से हस्पताल में दाख़िल किया था अब कावेरी को जाना जरूरी हो पर मैं तो नहीं जा सकता था " दफ्तर में कई छूटी या लेने के कारण अब छुट्टी मिलना मुश्खिल हो गया  कावेरी और बच्चों को ट्रेन बैठा दिया | अब घर में अकेला ही था खाना अब दो तीन दिन होटल में खाकर गुजारा करना पड़ेगा मुझें चाय तक बनानी नही आती खाना बनाना सोच ही सकता मैं " कावेरी को पहुंचाकर दफ्तर जाने की तैयारी करने लगा , कुछ देर बाद डोरबेल बजने की आवाज आई देखा तो शालू भाबी सामने खड़ी थी मैं तौलिया लगाए वैसेही डोर के पास चला गया लेकिन ऐसी हालत में हड़बड़ा गया उसने नजाने क्या सोचा होंगा , हेलो .." मैने भी हेलो कहा शालू  सीधे रूम के अंदर आ गई

क्रमशः

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