8. सियाही

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कि तेरे नाम को पीरो कर अपनी सियाही से हर अक्षर खुद में लिख दू...

और इज्जत दे जो वो खुदा हमें,
इश्क की किताब में उस शक्श को अपना खुदा लिख ​​दू...

Ishaare Shabdon Keजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें