31. सफर

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जिंदगी के सफर में किसी मंजिल सा लगे गा वो...

और ना मिले तो कोई ख्वाब सा लगे गा वो...

अगर हो जाये जो फासले,

तो किसी याद सा लगे गा वो...

फिर करीब भी अजाये,

तो किसी अंजान सा लगे गा वो...

Ishaare Shabdon Keजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें