19. महफ़िल

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कि हाले दिल बयां करने को हम महफ़िल में आह बैठे हैं...

अपने महबूब को ध्यान में रख अपने अल्फ़ाज़ रख बैठे हैं...

पूछने को लाख सवाल पूछ लू...

जवाब जानते हैं इसलिए खामोश बैठे हैं...

Ishaare Shabdon Keजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें