मोंटी पूरे जोश में भर चूका था ! वाणी भी पूरे जोश के साथ लगी थी उसे मज़े देने के लिए ! मोंटी और वाणी की आहें पीहा को बहुत अच्छे से सुन रही थी और उसके अंदर भी जोश भर रही थी ये आहें ! उसका अपना हाथ भी चला गया था स्कर्ट के अंदर ! उधर इतना जोश आने के बाद भी और कोई दस बारह मिनट बीत जाने पर भी जब मोंटी का नहीं छूटा तो वाणी बोली !
"तू ना एक नंबर का हरामखोर है ! बस यूज़ करता रह मेरा ! मुझे पता है तेरा ऐसे नहीं होने वाला ! सारी रात तो निचोड़ता रहा है इसे !" फिर पैंट उतर कर बोलती है "ले कर ले इसे शांत !" मोंटी भी हैरान था उसने निचे पैंटी नहीं पहनी हुई थी ! वाणी ने उसे बेड पर लेटा दिया और खुद उसके ऊपर बैठ गयी ! दोनों के पार्ट्स को आपस में मिलकर उसने जैसे ही धक्का मारा तो असली काम शुरू हो गया !
इस तरह एक बार फिर से ये दोनों सातवें आसमान पर पहुँच गए ! मोंटी मन ही मन खुश हो रहा था कि चलो अच्छा है इसे भी आदत पड़ ही गयी है, वरना ये तो मुँह से भी सब कुछ कर ही सकती थी ! वो अंदर ही अंदर हँसे जा रहा था ! वाणी के लिए ऊपर से कुछ करना अलग ही तजुर्बा था ! वो खुद भी चाहती थी ये सब हो ! जब उसका मुँह से करने पर टाइम लग रहा था तो वाणी ने सोचा अगर हो भी गया तो मुझे तो कोई फायदा ही नहीं इसमें ! क्यों ना इस मौके का फायदा उठायें ! तो उसने खुद ही आगे बढ़कर मोंटी को बोल दिया इस सब के लिए !
वाणी को दर्द तो बहुत हो रहा था पर उसे उस सबसे जो आनंद आ रहा था उसके आगे वो दर्द कुछ भी नहीं था ! पीहा ये सब देख कर अपने आप को शांत करने की कोशिश कर रही थी और उसे अब मोंटी की वो बात याद आ रही थी !
"मैडम ! मुझे मालिश बहुत अच्छी करनी आती है ! मोहल्ले में एक ऑन्टी की करता था और वो हफ्ते में एकाध बार तो मुझे बुला ही लेती हैं हैं ! अगर आपको कभी जरुरत पड़े तो आधी रात को भी हाज़िर हूँ !"
पीहा का जोश दुगुना हो गया ये सब सोचकर ! और मन ही मन कहने लगी 'तुझे रोका किसने है! आ जा ना आधी रात क्यों चाहे दिन में ही आजा ! वैसे हाँ आधी रात को जो आनंद आएगा ! वो अलग ही होगा ! सोच सोचकर पीहा का अपने नरम गर्म पार्ट पर हाथ चल रहा था ! हाथ इस तरह से चल रहा था कि बीच वाली ऊँगली अंदर बाहर हो रही थी और बाकि दो उँगलियाँ दोनों साइडों को सहला रही थी !

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डॉ पीहा के बोल्ड और सेक्सी कारनामे
Romanceदोस्तों! wattpad पर ये मेरी पहली कहानी है! ये एक ऐसी डॉक्टर की कहानी है जिसने शादी के कुछ समय तक बहुत ही शालीन और सादा जीवन जिया ! पर फिर जब उसके पति ने उसे संतुष्ट करना बंद कर दिया तो वो किस हद तक पहुँच गयी ये इस कहानी में बताया गया है ! मुझे आशा ह...