अनु को नींद में लगा जैसे कोई उसे जोर जोर से हिला कर उठा रहा है ! एकदम से अनु ने आख खोली तो अनीता चाय लेकर खडी थी !
अनु उठी और बाथरूम की तरफ चल दी ! फ्रैश होकर अनु ने बिना कुछ बोले चाय का कप बैड के साथ पडे छोटे से टेबल से उठा लिया !
अनु चुप थी ! तभी पास बैठी चाय पी रही अनीता बोली : अब बात भी नही करेगी क्या ? जानती हू यार मैने कल पी ली तो तुझे परेशानी हुई क्योंकि मुझे नींद ही आ गई !
अनु ने गुस्से के लहज़े से अनीता की तरफ देखा और बोली : तुझे नींद आ गई ? मतलब हम शाम को आफिस के बाद बार रेस्ट्रोरेन्ट जाते है और तू डि्न्क करके वहां सो जाती है ! मतलब यह नही सोचा कि वहां से हमारा घर का रास्ता एक घन्टे का है रात को घर कैसे आते ?अनु गुस्से में एक साथ बोल गई !
अनीता चुपचाप सुन रही थी !
अनु फिर से बोली : जब तुझे पता है कि तुझे हजम नही होती तो पीती क्यो हो ?
अनीता : यार वो एकदम से बस नींद आने लगी !
अनु : नींद !!!!!!!! अनीता तुम वहां रात के दस बजे बेहोश थी ! और मै रात को अकेली आॅटो ढूंढ रही थी ! कुछ गलत हो जाता अगर हमारे साथ ?अनु बोलते बोलते चुप हो गई !
तभी अनीता उसके पास आकर नीचे अनु के पैरो के पास कालीन पर बैठ गई और बोली : मानती हूं मुझसे गलती हो गई आगे से ध्यान रखूंगी ! लेकिन अब तू ऐसे गुस्सा करना बंद कर,और बता हम घर कैसे आये ?
अनु ने अनीता की ओर देखा ,तभी उसे रात की सारी बातें याद आ गई और वो बिल्कुल शांत हो गई !
अनीता : क्या हुआ ? बता तो हम घर कैसे आये ?
अनु उठ कर अपना फोन लेने लीविंग रुम में चली गई जो रात से वही टेबल पर पडा था !
पता नही अनु को रात का सारा किस्सा याद आते ही फोन में से मैसज खोल कर देखने की जल्दी क्यू हुई ?
वो मैसज देखने लगी ! दो मैसज और थे ! अनु पढना चाहती थी लेकिन अनीता पास आकर खडी हो गई तो अनु ने मैसज साईड कर के फोन साईड रख दिया !अनीता : अरे मैं तुझसे पूछ रही हूं तो बता नही रही !
अनु ने रात की होटल से लेकर घर तक की सारी बातें बता दी अनीता को !अनीता तो सुन कर नाचने लगी और बोली :अरे वाह जिस लडके को मै इतना घूर रही थी वो मुझे उठा के अपनी बाहों में घर तक लेकर आया !! वो बहुत ही हैंडसम है उसकी हाईट,उसकी बोडी, बहुत ही होट है यार वो तो !
अनीता तो इतनी खुश हुई जैसे उसे पता नही कौन सा खजाना मिल गया हो !
अनीता : यार फिर तो मेरा नशे में बेहोश होना अच्छा साबित हो गया ! अगर बेहोश ना होती तो वो कैसे मिलता !
अनु ने उसे तीखी नज़रों से देखा और उठ कर रसोई में अपने काम करने लग गई !
तभी अनीता उसके पीछे आई और बोली : यार उसका नम्बर दे मै अपने फोन में फीड करुगी ! उसे थैंक्स तो बोलू !
अनु : जो भी करना सोच समझ कर करना ! हम उसे जानते ही कितना है !
अनीता: ये बात रात को उसने सोची होती तो शायद वो हमारी मदद ही ना करता ! ओह प्लीज़ अनु अब अपने अतीत से बाहर आ जाओ !
अनु अनीता की बात सुन कर कमरे की तरफ चली गई और बैड पर बैठ कर रोने लगी !
अनीता : अरे ! अब फिर रोना शुरू ! जानती हू अनु कि तूने बहुत तकलीफें सही है अतीत में तेरे साथ बहुत बुरा हुआ है लेकिन अब अपनी आज की जिंदगी खराब मत कर !
अनु : क्या करु ! मै चाह कर भी उस दलदल से निकल ही नही पा रही हूं जो उस दरिंदे ने मुझे दिया !यह कह कर अनु अपने अतीत की सारी कहानी अनीता के सामने दोहराने लगी !
अनु कालेज की होनहार विद्यार्थी थी ! चुलबुली सी,हमेशा मस्त रहने वाली !
और पढाई मे नम्बर वन आने वाली लडकी थी !
कालेज की सारी टीचर्स उससे प्यार करते थे उसे प्रोत्साहित करते थे आगे बढ़ने के लिए !अनु के बहुत से फ्रेंड्स थे कालेज में ! अनु कालेज की सबसे सुंदर लडकी भी थी !
उसी कालेज में उससे एक क्लास आगे राज भी पढ़ता था ! वो भी कालेज में मशहूर था वो गाता भी था सब उसके फैन थे लड़कियां उस पर मरती थी क्योंकि वह बहुत ही खूबसूरत था ! सबसे अलग !
लेकिन वो अनु को गौर से देखा करता था जैसे इन्तजार ही कर रहा हो कि और लड़कियों की तरह अनु भी उस पर मर मिटे !
लेकिन अनु उसे नोटिस तो करती थी लेकिन उसे महसूस नही होने देती थी कि वो उसे देख रही है अनु को मन ही मन राज पसन्द था !
एक दिन कालेज की क्लास के बाद अनु लाइब्रेरी आई जो कालेज के अन्दर ही थी !
वो कुछ बुक्स देखने लगी तभी एकदम से राज को अपने सामने देख कर पीछे की तरफ हटते हुए गिरने ही वाली थी कि राज ने लपक कर उसे अपनी बाहों में थाम लिया और गिरने से बचा लिया !
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नई सड़क पार्ट-1
Mystery / Thrillerकहते है कि जीवन में सुख किस्मत से मिलता है ! लेकिन किसी के हाथ की लकीरों में जीवन ही ना लिखा हो तो...? एक ऐसी कहानी जिसमें जीने के लिए,खुशी पाने के लिए जद्दोजहद है ! रोमांस, थ्रिलर, एक्शन ,अंडरवर्ल्ड और मर्डर के बीच एक साधारण सी कहानी...