लेकिन राज का ना फोन आया ना वो मिला ! अनु बहुत उदास रहने लगी थी ! एक महीना हो गया ! उसे खुशी मिली भी और नही भी ! समझ नही पा रही थी अनु कि वो करे तो क्या करे !
रात हो गई थी अनु किताबें एक तरफ रख कर सोने के लिए करवट लेकर लेटने को मुडी तो उसको बहुत घबराहट होने लगी ! उसका दिल उचाट होने लगा ! उसे लगा जैसे उसे उल्टी आने को हो रही है ! अनु जल्दी से उठ कर बाथरूम की तरफ भागी ! गड गड करके अनू को तेज उल
टी हुई ! उसके बाद मुंह धो कर वो अपने बिस्तर पर लेट गई !अनु सीधा लेट गई और छत को देखने लगी और सोचने लगी कि उसे पीरियड कब आये थे !
अनु ने हिसाब लगा कर याद किया कि राज का सोच सोच कर वो इतना परेशान थी कि उसे भूल गया कि इस बार उसके पीरियड आये ही नही !
अनु की धड़कन तेज चलने लगी उसका दिमाग कुछ गलत सोच कर घूमने लगा !
उसने उसी वक्त राज को फोन मिला दिया ! घन्टी जा रही थी लेकिन फोन उठा नही !
अनु ने दोबारा फोन नही किया और बेचैनी से इधर उधर कमरे में घूमने लगी !
सुबह उठते ही वो जल्दी से तैयार होकर कालेज के लिए निकल गई !
अनु घबराहट भरे चेहरे से राज की क्लास की तरफ गई ! लेकिन राज क्लास में नही था ! अनु राज को फोन करने लग गई ! लगातार फोन करने के बाद राज का फोन उठा नही ! अनु बहुत ही परेशान हो गई ! समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे !
वो कालेज के बाहर निकल गई और बाजार की तरफ निकल गई एक कैमिस्ट की दुकान के आगे पहुच गई ! उसने हिचकिचाते हुए प्रैगनेंसी टैस्ट किट मांगी !
कैमिस्ट वाला थोडा उम्र दराज आदमी था वो अनु को गौर से देखने लगा ! तभी अनु बोली अंकल भाभी ने मंगाई है !
दुकान वाले ने ओह कहकर टेस्ट किट दे दी !
अनु तेजी से टैस्ट किट लेकर घर पहुंच गई !मां तैयार हो रही थी बजार जाने के लिए ! अनु को जल्दी घर आया देख कर मां बोली : आज जल्दी कैसे आ गई बिटिया ? मैं तो तेरे पापा की शर्ट सिलने देने जा रही थी ! तू कहे तो फिर जाऊ ?
अनु : हा मां आप जाओ होकर आओ ! आज कालेज में टीचर नही आई थी तो सोचा घर बैठ कर पढ लूंगी इसीलिए आ गई !
मां अनु की बात सुनकर चली गई !
आप पढ़ रहे हैं
नई सड़क पार्ट-1
Mystery / Thrillerकहते है कि जीवन में सुख किस्मत से मिलता है ! लेकिन किसी के हाथ की लकीरों में जीवन ही ना लिखा हो तो...? एक ऐसी कहानी जिसमें जीने के लिए,खुशी पाने के लिए जद्दोजहद है ! रोमांस, थ्रिलर, एक्शन ,अंडरवर्ल्ड और मर्डर के बीच एक साधारण सी कहानी...