तू दूर है,
पर पास यहीतेरा एहसास है ,
पर तू मेरे साथ नही |ख्वाहिश तू है मेरी,
पर तक़दीर को ये मंज़ूर नहीं |लकीरों में नाम तो था तेरा,
पर साथ कुछ पलो का ही सही |बातों में ज़िक्र आज भी है ,
पर वो बाते सुनने तू मेरे पास नहीं |प्यार तो है आज भी,
और हमेशा रहेगातू साथ नहीं तो क्या हुआ ,
तेरा एहसास हमेशा रहेगा ||🍁🍁________________________________🍁🍁
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लफ़्ज़ों की साजिश
Poetryकुछ अंकही दस्तानो का खूबसूरत सफर।। ये दिलों की बातें है, दिल से पढ़ोगे तोह ही समझ आयगी! तो झांकिये पन्हो मे और बन जाइये हिस्सा इस खूबसूरत सफर का।