आदत....

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न जाने कब मुझे तेरी आदत सी हो गयी
तेरी हर हसी मेरी इबादत सी बन गयी

रोज़ बैठे यूही तुझे सुन्ना चाहता हु
तू यूही मुस्कुराती रहे खुदा से बस यही दुआ मांगता हु

दुनिया ने तो तुझे तेरी खूबसूरती से जाना है
पर मेरा दिल तो तेरी सादगी का दीवाना है

तेरी आँखों का काजल
तेरी पायल की झंकार
तेरे होठों की हसी
तेरी हर अदा ने मुझे मारा है
तू माने या न माने
ये दिल तो बस तेरा दीवाना है

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