न जाने कब मुझे तेरी आदत सी हो गयी
तेरी हर हसी मेरी इबादत सी बन गयीरोज़ बैठे यूही तुझे सुन्ना चाहता हु
तू यूही मुस्कुराती रहे खुदा से बस यही दुआ मांगता हुदुनिया ने तो तुझे तेरी खूबसूरती से जाना है
पर मेरा दिल तो तेरी सादगी का दीवाना हैतेरी आँखों का काजल
तेरी पायल की झंकार
तेरे होठों की हसी
तेरी हर अदा ने मुझे मारा है
तू माने या न माने
ये दिल तो बस तेरा दीवाना है🍁🍁________________________________🍁🍁
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लफ़्ज़ों की साजिश
Poetryकुछ अंकही दस्तानो का खूबसूरत सफर।। ये दिलों की बातें है, दिल से पढ़ोगे तोह ही समझ आयगी! तो झांकिये पन्हो मे और बन जाइये हिस्सा इस खूबसूरत सफर का।