नन्ही पलको की छाओ मे खोय है कुछ सपने,
पनखो की तलाश मे भटक रहे है कुछ अपने,
नन्हे कदमो को अंचाही मंज़िल की ओर चलाते है कुछ लोग,
बिन समझे उनकी ख्वाइश,
बस थोप रहे है कुछ बोझ।धकेलने से पहले पूछ लो जाना है इन्हे कहा?
उडाने से पहले जान लो क्या खुशियाँ है भी उनकी वहा?❤___________________________________❤
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लफ़्ज़ों की साजिश
Poetryकुछ अंकही दस्तानो का खूबसूरत सफर।। ये दिलों की बातें है, दिल से पढ़ोगे तोह ही समझ आयगी! तो झांकिये पन्हो मे और बन जाइये हिस्सा इस खूबसूरत सफर का।